Kab hai Vishwakarma Puja 2024: विश्वकर्मा पूजा हिंदू धर्म का एक प्रमुख उत्सव माना जाता है. इसे विश्वकर्मा जयंती और विश्वकर्म दिवस के रूप में भी जाना जाता है. यह दिन ब्रह्मांड के दिव्य शिल्पकार भगवान विश्वकर्मा को समर्पित होता है. इस दिन लोग अपने वाहन, मशीनरी, औजार, उपकरण, दुकान आदि की पूजा-अर्चना करते हैं. साथ ही घरों में विविध प्रकार के पूजा अनुष्ठान आयोजित किए जाते हैं. इस पर्व (Vishwakarma Puja 2024) की तिथि को लेकर कई लोगों के मन में भ्रम है, जिसे हम आज दूर करेंगे.
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किस दिन है विश्वकर्मा पूजा?
वैदिक पंचांग के मुताबिक, इस वर्ष विश्वकर्मा पूजा (Kab hai Vishwakarma Puja 2024) के लिए आवश्यक कन्या संक्रांति 16 सितंबर को है. इस दिन सूर्य देव शाम 07 बजकर 53 मिनट पर कन्या राशि में प्रवेश करेंगे. इस परिवर्तन के समय को ही कन्या संक्रांति कहा जाता है. हिंदू धर्म में उदया तिथि का विशेष महत्व होता है, इसलिए विश्वकर्मा पूजा 17 सितंबर, मंगलवार को सुबह 06 बजकर 07 मिनट से 11 बजकर 44 मिनट तक मनाई जाएगी.
विश्वकर्मा पूजन नियम-
कार्यस्थल की सफाई करें और उसे सजाएं. पूजा करने से पहले सभी उपकरणों को फूलों से सजाएं है. उपकरणों पर कुमकुम लगाएं और फूल आदि अर्पित करें. फिर दीपक दिखाएं. भगवान विश्वकर्मा (Kab hai Vishwakarma Puja 2024) की भी विधिवत पूजा करें. तामसिक चीजों से परहेज करें. पूजा के समय क्लेश न करें. भगवान विश्वकर्मा का आशीर्वाद पाने के लिए मिठाइयां, फल और अन्य प्रसाद अर्पित करें. भगवान विश्वकर्मा के वैदिक मंत्रों का जाप करें। गरीबों की मदद करें. पूजा में हुई गलतियों के लिए क्षमा याचना करें.